चोरी एकदम पकड़ी जाती है साजिद खान
प्रदीप सरदाना
साजिद खान ने एक निर्देशक के रूप में अभी तक सिर्फ तीनफिल्में दी हैं। ‘हे बेबी’, ‘हाऊसफुल’ और ‘हाऊसफुल-2’। पर इन तीन फिल्मों ने ही साजिद को एक हिट और लोकप्रिय निर्देशकों की लिस्ट में शामिल कर दिया है। साजिद की नई फिल्म ‘हिम्मतवाला’ भी रिलीज से पहले ही सुर्खियों में आ गई है। ‘हिम्मतवाला’ 30 बरस पहले आई जीतेन्द्र, श्री देवी की फिल्म ‘हिम्मतवाला’ से कितनी अलग है, इस फिल्म में क्या खास है के साथ कुछ और बातों को लेकर भी हमने साजिद से मुम्बई में एक खास बातचीत की :
आपकी पिछली तीनों फिल्मों में अक्षय कुमार हीरो थे पर क्या बात है कि आपने इस बार अक्षय को न लेकर अजय देवगन को हीरो लिया है?
अक्षय कुमार मेरे भाई जैसा है। अक्षय के साथ मैं आगे भी फिल्म बनाऊंगा पर मुझे लगा ‘हिम्मतवाला के लिए अजय ज्यादा फिट है। और कोई खास बात नहीं।
इस फिल्म में फराह खान ने पहली बार अजय देवगन के डांस को डायरेक्ट किया है।क्या ‘हिम्मतवाला’से अजय का कोई नया ‘डांस लुक’ सामने आएगा?
‘हिम्मतवाला’ में अजय देवगन ‘नेवर बिफोर’ लुक में हैं। कहा जाता है कि कुछ हीरो डांस नहीं कर पाते पर सवाल यह है कि आप उनसे किस तरह नचाते हैं। इस फिल्म में अजय के डांस के नए रंग तो मिलेंगे ही ,अजय की ‘डायलॉग पावर’,इमोशन और कॉमेडी के भी नए रंग मिलेंगे।
आपकी ‘हिम्मतवाला’ सन् 83 में आई ‘हिम्मतवाला’ से कितनी अलग है?
हम उस ‘हिम्मतवाला’ से काफी प्रेरित हैं। वह मुम्बई में मार्च 1983 में रिलीज हुई थी इसीलिए हम भी इस ‘हिम्मतवाला’ को 29 मार्च को ही रिलीज कर रहे हैं। हमने उस फिल्म के रिमेक राइट्स लिए हैं पर यह फिल्म असल में रि-राइट है, पुरानी ‘हिम्मतवाला’ से 70 प्रतिशत अलग है। इस फिल्म में हमने बहन-भाई का इमोशनल प्रसंग भी रखा है।
आजकल हमारे फिल्मकार विदेशी फिल्मों की नकल करते हैं। आपकी फिल्मों को भी इस सबसे अछूता नहीं माना जाता?
फिल्मों के प्लॉट, कहानी, संगीत, आइडिया के चोरी की बातें सन् 60, 70, 80 और 90 के दशक में भी होती थी पर तब कोई पकड़ा नहीं जाता था। लेकिन आज सब कुछ इतना एडवांस, इतना पारदर्शी हो गया है कि झट से चोरी पकड़ी जाती है। मैंने जब ‘हे बेबी’ बनाई तो मेरे कुछ पत्रकार मित्रों ने कहा कि यह ‘3 मैन एंड ए बेबी’ की नकल है। पर मैंने ‘हे बेबी’ में बहुत कुछ अपने यहां की ही सन् 70 के दशक की फिल्म ‘कुंवारा बाप’ से लिया था पर मुझे यह किसी ने नहीं कहा।
आज निर्माता निर्देशकों को फिल्म बनाते हुए 100 करोड़ के बिजनेस का काफी दबाव रहता है। आप खुद भी इस दबाव में होंगे?
100 करोड़, 200 करोड़ के बिजनेस का दबाव अब कमजोर होता जा रहा है। दरअसल आप बारीकी से देखें तो यह सब एक हव्वा खड़ा किया हुआ है। बॉक्स ऑफिस की एक- दो साइट ऐसी हैं जिन पर बड़ी हिट की असली सच्चाई साफ दिखाई जाती है। मैं इस दबाव में नहीं रहता।
पहले हिट का पैमाना सिल्वर जुबली, गोल्डन जुबली माना जाता था। क्या जुबली फिल्मों का दौर फिर आएगा?
नहीं जुबली फिल्मों का दौर अब नहीं आएगा। आज 12 बजे फिल्म रिलीज होती है 3 बजे इंटरनेट पर आ जाती है।
‘हिम्मतवाला’ की शूटिंग के लिए आपने मुंबई छोड़कर हैदराबाद की रामोजीराव फिल्म सिटी में सेट लगाया?
दरअसल मुम्बई में तब बारिश काफी थी। इसीलिए हमने हैदराबाद रामोजीराव सिटी में गांव का पूरा सेट लगाया । कुछ शूटिंग मुम्बई में भी की गई है और बाकी मॉरीशस में ।
आप अपनी फिल्मों में कोई न कोई जानवर जरूर रखते हैं। इसका क्या कारण है। ‘हिम्मतवाला’ में भी आपने टाइगर रखा है?
मैं पिछले 20 साल में शायद ऐसा अकेला फिल्ममेकर हूं जो अपनी सभी फिल्मों में जानवर जरूर रखता है। मेरा मानना है कि बच्चे जानवर बहुत पसंद करते हैं। इसीलिए मैं हर फिल्म में कोई न कोई जानवर रखता हूं। ‘हिम्मतवाला’ में टाइगर को रखने के लिए ही हमने मॉरीशस में शूटिंग की है। क्योंकि हमारे यहां टाइगर के साथ फिल्म शूटिंग नहीं कर सकते।
कॉमेडी और जानवर के बाद आपकी फिल्मों की यूएसपी देखी जाए तो आपकी नजरों में यह यूएसपी क्या है?
मेरी फिल्मों को आप पूरे परिवार के साथ देख सकते हैं। मैं एंटरटेनमेंट का फुल डोज रखता हूं, एक्शन भी दिखाता हूं पर सभी कुछ इस दायरे में कि परिवार के साथ देखने में किसी को कोई दिक्कत न हो। ‘हिम्मतवाला’ में 8 एक्शन सीन हैं पर वायलेंस किसी भी सीन में नहीं है।
आप ‘हाउसफुल-3’ कब बनाएंगे?
‘हाऊसफुल-3’ शायद बनाऊंगा तो सही पर अभी नहीं। ‘हिम्मतवाला’ के बाद मैं वासु भगनानी के साथ मई में एक और फिल्म शुरू करूंगा। इस फिल्म में सैफ अली खान को तो फाइनल कर लिया है पर बाकी कलाकार अभी फाइनल करने हैं। ‘हाऊसफुल-3’ का नम्बर आया तो इसके बाद ही आएगा।